19 दिसंबर- 2022 को गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी सभागार में संगोष्ठी ब्रज की लोककलाएं: कल आज और कल का आयोजनकिया गया। संगोष्ठी में गायक, वादन व अन्य विधाओं से जुड़े लोक कलाकारों ने भाग लिया। वादन, गायन और मंचन की परंपराओं से हटकर उनमें नयापन लाने पर मंथन किया गया। कलाकारों ने अपनी पेशेगत समस्याओं पर सभी का ध्यान आकर्षित किया। अध्यक्षता वरिष्ठ कलाकार ब्रज निधि प्रेमी जी महाराज ने की। युवा भजन गायक अरुण रावल संगोष्ठी के संयोजक रहे। अंत में गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी के समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार ने सभी का आभार व्यक्त किया।